राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य)

प्रिय विद्यार्थियो आपका RPSCEXAMGK ब्लाग पर स्वागत हैं। यहां पर आप राजस्थान में होने वाली RSMSSB, RPSC  परीक्षाओं से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी जैसे राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य) से संबंधित अध्ययन की सामग्री प्राप्त करेंगे जो आपकी RAJASTHAN EXAM पास करने में बहुत सहायता करेगी। इसके साथ ही आप अन्य केन्द्र सरकार की भर्तियों जैसे SSC EXAM, RAILWAY EXAM आदि से संबंधित अध्ययन हेतु राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य) सामग्री प्राप्त करेंगे जो आपके SSC EXAM, RAILWAY EXAM आदि के पास करवाने में सहायता करेंगं।

आज के टापिक राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य) के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। यह आपकी राजस्थान में होने वाली RPSC EO-RO, RSMSSB REET, CET,POLICE, AGRI SUP, RPSC SET EXAM आदि में राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य) मील का पत्थर साबित होगी।

राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य)

राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य)

गेर नृत्य क्षेत्रीय नृत्य की श्रेणी में आता है यह नृत्य गोल घेरे मैं होने के कारण घेर और कालांतर में यह गेर कहलाने जाने लगा गैर नृत्य करने वालों को गेरिया कहते हैं यह नृत्य होली के दूसरे दिन से प्रारंभ होता है तथा 15 दिन तक चलता रहता है

यह मेवाड़ में बाड़मेर का प्रसिद्ध लोक नृत्य है यह पुरुषों द्वारा किए जाने वाला नृत्य है

गेर नृत्य के अलग-अलग रूप है जैसे आंगी-बांगी गैर नृत्य लाखेटा गांव का प्रसिद्ध है गेर नृत्य मरू प्रदेश का है तलवारों की गैर नृत्य मेवाड़ के मेनार गांव की प्रसिद्ध है यह मुख्यतः भील जाति की संस्कृति को प्रदर्शित करता है कणाना बाड़मेर का प्रसिद्ध गैर नृत्य है

राजस्थान के लोक नृत्य (गेर नृत्य)हमारे ब्लाॅग को फाॅलो करें।

Leave a Comment

error: भाई बहुत मेहनत लगी हैं यार